कहते हैं की परीक्षा में प्राप्त किए गए अंक अभी भी सफलता का पैमाना नहीं होते हैं। कई बार लोग यह सोचते हैं कि अगर कोई छात्र परीक्षा में अच्छे नंबरों से उत्तीर्ण नहीं हुआ है तो वह पढ़ाई में होनहार नहीं है लेकिन इस बात को गलत सिद्ध कर दिखाया है एक होनहार युवक ने।
हाल ही में छत्तीसगढ़ के आईएएस अफसर अवनीश शरण ने बहुत ही खूबसूरत जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की है जिसमें उन्होंने तुषार सुमेरा नाम के एक छात्र के बारे में बताया है कि कैसे उसने अपनी असफलता से हार नहीं मानी और कुछ ऐसा कर दिखाया जिसके कारण गांव वाले उन की मिसाल दे रहे हैं।
आइए आपको बताते हैं अवनीश शरण ने कैसे एक ऐसे होनहार छात्र की कहानी को साझा किया है जिसका पहले तो वह गांव वाले मजाक बना रहे थे लेकिन बाद में वही गांव वाले उसे सर आंखों पर बिठा कर सलामी दे रहे हैं।
आईएएस अवनीश ने साझा की यह खूबसूरत कहानी, मैट्रिक की कक्षा में बहुत खराब नंबर आए थे छात्र के
छत्तीसगढ़ के आईएएस अवनीश शरण सोशल मीडिया पर अक्सर अपने उत्साहवर्धक कहानियों को साझा करते रहते हैं। हाल ही में अवनीश शरण ने ऐसी ही एक कहानी साझा की है तुषार सुमेरा नाम के एक शख्स की। तुषार सुमेरा मूल रूप से छत्तीसगढ़ का ही रहने वाला है और जब मैट्रिक की परीक्षा उसने दी थी तब उसमें उसे मनचाहे अंक प्राप्त नहीं हो सके थे।
मैट्रिक की परीक्षा में तुषार को अंग्रेजी में 33 और गणित में सिर्फ 35 अंक प्राप्त हुए। गांव वाले लोग तुषार का जमकर मजाक बनाने लगे और यह कहते नजर आए कि वह कभी भी आने वाले समय में सफल नहीं होगा। आइए आपको बताते हैं कैसे तुषार ने गांव वालो को गलत साबित करते हुए कुछ ऐसा कर दिया कि आज वही गांव वाले उन्हें सलामी दे रहे हैं।
जिस छात्र का गांव वालों ने उड़ाया मजाक, उसी गांव में बन गया लड़का कलेक्टर
असफलता किसी भी सफलता की पहली सीढ़ी होती है और ऐसा ही कुछ कर दिखाया है छत्तीसगढ़ के तुषार सुमेरा ने जब मैट्रिक के परीक्षा में उन्हें बहुत खराब अंक प्राप्त हुए थे। पूरे गांव वालों ने तुषार सुमेरा को यह कहा था कि वह आगे जिंदगी में कुछ भी हासिल नहीं कर सकते लेकिन तुषार सुमेरा ने यह ठान रखा था कि वह सभी लोगों को गलत साबित करेंगे।
भले ही मैट्रिक की परीक्षा में अंक उनके अनुरूप नहीं मिले लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और आज मेहनत के दम पर तुषार ने उसी गांव में कलेक्टर बन कर यह साबित कर दिया कि परीक्षा में पास या फेल होने से किसी के भी प्रतिभा का पता नहीं चलता।
अवनीश शरण ने खुद इस छात्र की इस कहानी को साझा किया है और साथ में उनके उस परिणाम को भी साझा किया है जिसकी वजह से गांव वालों ने उनका मजाक बनाया था। आज वही गांव वाले लड़के की प्रतिभा की सराहना कर रहे हैं और उनकी तारीफ करते नजर आ रहे हैं।