चंद्रयान 3: 23 अगस्त को पूरी दुनिया की नजर आज भारत के ऊपर टिकी हुई थी। इसकी सबसे बड़ी वजह है यह थी कि आज इसरो द्वारा निर्मित चंद्रयान-3 चंद्रमा की सतह पर उतरने वाला था। पिछले कई दिनों की परिक्रमा के बाद यह शुभ अवसर मिला था कि 23 अगस्त के दिन शाम को 6:04 पर विक्रम लैंडर चंद्रमा की सतह पर उतरेगा।
इसके पहले चंद्रयान-2 का जब निर्माण किया गया था तब उसे असफलता मिली थी और जिससे करोड़ भारतवासियों का दिल टूट गया था। लेकिन इस बार सभी लोग पूरी प्रार्थना के साथ इस चंद्रयान-3 की सफलता की कामना कर रहे थे और आखिरकार लोगों की प्रार्थना ने अपना रंग दिखाया और बहुत सफलतापूर्वक भारत में मात्र 630 करोड़ के बजट में चंद्रमा पर अपना कदम रख लिया।
आइए आपको बताते हैं कैसे करोड़ों भारतवासी इस उपलब्धि को प्राप्त करते हुए अपने आंखों से लाइव देख रहे थे और इस मौके पर भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हाथों में तिरंगा लेकर इस सफलता के जश्न को मनाते नजर आए।
इसरो ने पाई बड़ी उपलब्धि, 23 अगस्त को भारत ने रखा चांद पर अपना कदम
इसरो एक बार फिर से भारत को गौरवान्वित करता हुआ नजर आ रहा है। आपको बता दे कि चंद्रयान-3 का बजट मात्र 630 करोड़ था और इसी वजह से कुछ लोगों को ऐसा लग रहा था जैसे इतने कम बजट में भारत चंद्रमा की सतह पर पहुंच नहीं पाएगा।
लेकिन सबको गलत साबित करते हुए भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर कदम रखने वाला पहला देश बन गया है। यही नहीं इसका बजट भी इतना कम था कि इसे सुनकर किसी को अपने कानों पर यकीन नहीं हो रहा था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में इसरो के वैज्ञानिकों ने इसका लाइव प्रसारण किया और आइए आपको बताते हैं कैसे एक बार में करोड़ों भारतवासियों का दिल तब गर्व से चौड़ा हो गया जब विक्रम लैंडर ने सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर लैंड किया।
भारत ने कर लिया चांद को अपनी मुट्ठी में, गर्व से सीना हो गया सब का चौड़ा
समूचे दुनिया की निगाहें भारत के विक्रम लैंडर के ऊपर बनी हुई थी। सबके मन में यही सवाल था कि क्या चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर कदम रखने वाले भारत पहला देश बन पाएगा। सबकी अपेक्षाओं पर खरा उतारते हुए इसरो ने वह कारनामा आज शाम 6:04 पर कर दिखाया जिसका इंतजार पिछले कई सालों से हर भारतवासी को था।
भारत ने बहुत ही सफलतापूर्वक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर अपने कदम को रख दिया है और ऐसा करने वाला वह दुनिया का पहला देश बन चुका है और इसी वजह से सभी लोग इसरो के वैज्ञानिकों की खूब तारीफ कर रहे हैं जिन्होंने कम बजट में ही बहुत ही शानदार चंद्रयान का निर्माण किया था।
इस मौके पर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद लाइव प्रसारण को देख रहे थे और हर कोई अपने तरीके से यह प्रार्थना कर रहा था कि भारत सफलतापूर्वक इसका परीक्षण कर ले। वाकई में 23 अगस्त का दिन समूचे भारतवर्ष के लिए गर्व करने वाला है और इसकी सभी लोग खूब तारीफ करते नजर आ रहे हैं।