फीफा विश्वकप का नतीजा आ गया है। आपको बता दे की यह मैच काफी ज्यादा उतार चढ़ाव भरा रहा । लेकिन अंत में इस मैच को अर्जेंटीना ने पेनल्टी शूटआउट में जीत लिया है । पूरा मैच जो की अक्सर 90 मिनट में खत्म हो जाता है वह फाइनल में लगभग 1.5 गुना ज्यादा वक्त में खत्म हुआ। इस मैच का नतीजा पेनल्टी शूटआउट के बाद अर्जेंटीना के पक्ष में रहा।फ्रांस कि तरफ से भी बेहद अद्भुत खेल देखने को मिला । फ्रांस की तरफ से मबाप्पे ने बेहतरीन 3 गोल करे।
12 गोल हुए फाइनल मुकाबले में
उतार चढ़ाव भरे इस मैच में, 12 गोल दागे गए हैं। जो की एक फाइनल मुकाबले की हैसियत से पहली बार ही हुआ है। मैच के 90 मिनट तक स्कोर बराबरी पर था, एक समय तक अर्जेंटीना मैच में आगे था । अच्छा खेल का प्रदर्शन करते हुए मबाप्पे ने 80 व 81 मिनट में लगातार 2 गोल दाग कर फ्रांस को फिर से बराबरी पर लाकर खड़ा कर दिया । खेल को एक्स्ट्रा टाइम तक खेला गया, एक्स्ट्रा टाइम के पहले हाफ में कोई गोल नहीं हुआ। खेले गए दूसरे हाफ में मेस्सी ने आते ही गोल दाग दिया था जिसकी बदौलत स्कोर 3-2 हो गया, मगर जिस तरह से कल मबाप्पे ने प्रदर्शन किया है वह सराहनीय है। उन्होंने दूसरे एक्सट्रा टाइम के खतम होने से पहले अर्जेंटीना के खेमे में घुस कर एक शानदार गोल मार दिया, जिसके बाद स्कोर फिर 3-3 की बराबरी पर जा पहुंचा। 120 मिनिट के इस खेल में अब तक कुल 6 गोल मारे जा चुके थे, पर मैच यहा पर ही खतम नही हुआ, पेनल्टी शूटआउट में फ्रांस ने 2 और अर्जेंटीना ने 4 गोल मारकर मैच जीत लिया। इसी के साथ 135 मिनट चले इस खेल में कुल मिला कर 12 गोल हुए हैं।
फ्रांस के प्रेसिडेंट ने बढ़ाया मबाप्पे का हौंसला
आपको बता दे की फाइनल में अर्जेंटीना से हारने के बाद फ्रांस का मनोबल बिलकुल टूट चुका था । इसी बीच मैच में सबसे ज्यादा गोल मरने वाले मबाप्पे भी जमीन पर हताश से बैठे हुए थे । तभी अचानक मैदान पर फ्रांस के प्रेसिडेंट आ पहुंचे, और उन्होंने मबाप्पे को गले से लगा लिया । उन्होंने यह भी कहा की खेल में हार जीत लगी रहती है,पर अपने खिलाड़ियों का उत्साह हमे हमेशा बढ़ाते रहना चाहिए । आपको बता दे की मबाप्पे ने इस मुकाबले में कुल मिला कर 4 गोल मारे है जिसमे से 3 गोल 120 मिनट के खेल में तथा 1 गोल पेनल्टी शूटआउट में मारा था । मबाप्पे को इस विश्वकप में गोल्डन बूट भी मिला है, जो महज एक 23 साल के खिलाड़ी के लिए बहुत बड़ी बात है ।