महेश भट्ट बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के एक ऐसे निर्देशक है जो आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है। महेश भट्ट ना सिर्फ शानदार फिल्मों का निर्माण करते हैं बल्कि वह कई अभिनेत्री के साथ खूबसूरत रिश्ता भी बना चुके हैं जिसकी वजह से भी उनके नाम की चर्चा हर दूसरे रोज होती रहती है अक्सर अपने निजी रिश्तों की वजह से चर्चाओं में रहने वाले महेश भट्ट कुछ ऐसे बयानों को देते हैं जिसे सुनकर किसी को अपने कानों पर यकीन नहीं होता है और हाल ही में इसका नजारा एक बार फिर से तब देखने को मिला है जब महेश भट्ट ने अपने जन्म के समय की दास्तान को बताया है और यह कहा है कि कैसे बचपन में उन्हें काफी दर्द झेलना पड़ा था। आइए आपको बताते हैं महेश भट्ट को ऐसे कौन से दुखों का सामना करना पड़ा था जिसका जिक्र हाल ही में उन्होंने सबके सामने कर दिया है और इस खबर को सुनते ही सभी लोग उनसे सहानुभूति प्रकट करते नजर आ रहे हैं।
महेश भट्ट झेल चुके हैं ऐसा बड़ा दर्द, खुद बताइ इस निदेशक ने पूरी सच्चाई
महेश भट्ट आज भले ही एक बड़े फिल्म निर्देशक बन चुके हो लेकिन जीवन के शुरुआती दिनों में वह काफी कष्ट झेल चुके हैं। इसकी सच्चाई खुद उन्होंने बताई है महेश भट्ट के मुताबिक साल 1948 में उनका जन्म हुआ था और उस समय भारत और पाकिस्तान के बंटवारे की वजह से जातिवाद अपने चरम पर था जिसकी वजह से ही वह काफी परेशान थे। दरअसल महेश भट्ट की मां जहां दूसरे धर्म की थी वह उनके पिता दूसरे धर्म के थे और दोनों एक साथ नहीं रहते थे। सिर्फ यही नहीं महेश भट्ट के पिता भी उनकी मां के साथ नहीं रहते थे जिसकी वजह से मोहल्ले के दूसरे लोग महेश भट्ट को काफी भला बुरा कहते थे और उनकी मां के बारे में भी गलत बातें कहते थे। आइए आपको बताते हैं उन्होंने अपने जीवन के इस कठिन दौर से कैसे मुक्ति पाई जिसकी सच्चाई खुद उन्होंने बताई है।
महेश भट्ट के जीवन का सबसे मुश्किल दौर था वह, बताते हुए खुद महेश भट्ट के निकल पड़े आंसू
महेश भट्ट हाल ही में छोटे पर्दे की एक धारावाहिक में अपने जीवन से जुड़ी हुई कुछ ऐसी अनसुनी बातों को बताते नजर आ रहे थे जिसे सुनकर सभी लोग उनके प्रति भावुक हो गए। हर किसी का यही कहना था कि वाकई में इस निर्देशक ने काफी ज्यादा यातनाएं झेली है। आपको बता दे कि मोहल्ले के लोग महेश भट्ट को कोने में बुलाकर उनसे उनके पिता का नाम पूछते थे जो उनके साथ नहीं रहते थे इन सब बातों से तंग आकर महेश भट्ट ने उसके बाद हालात को स्वीकार कर लिया और फिर उन्होंने सबको यह बताया कि उनके पिता उनके साथ नहीं रहते हैं जिसके बाद धीरे-धीरे महेश भट्ट को लोगों ने तंग करना छोड़ दिया। जिस किसी ने भी महेश भट्ट की इन बातों को सुना है तब सभी लोगों का यही कहना है कि वाकई में इस निर्देशक ने अपने जीवन की शुरुआत में काफी कठिनाइयों का सामना किया है जिसकी वजह से ही सभी लोग उनके ऊपर तरस खा रहे हैं।