अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है इस समारोह पर पूरी दुनिया की नजर बनी रहेगी इस दिन राष्ट्रीय अवकाश की घोषणा भी माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा कर दी गई है हालांकि यह जो प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने वाली है इस मुकाम पर पहुंचना इतना आसान नहीं था क्योंकि कई लोगों ने इस मंदिर को बनवाने के लिए अपनी जान गंवाई है ऐसे में जब 22 जनवरी को श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी तब श्रीराम के अस्तित्व से पूरी दुनिया वाकिफ होगी।
इस कार्यक्रम के लिए 7000 से ज्यादा वीवीआईपी और वीआईपी को निमंत्रण दिया गया है जिससे साफ पता चल रहा है कि इन लोगों की भीड़ इस प्राण प्रतिष्ठा में कैसे होगी लेकिन लाखों लोगों के मन में यह सवाल भी है कि आखिर आम जन कैसे इस प्राण प्रतिष्ठा के समारोह को देखेगा। आइए आपको बताते हैं आम जनों के लिए कार्यक्रम की क्या व्यवस्था की गई है जिसकी जानकारी भी सबके सामने आ गई है।
अयोध्या जिला प्रशासन है पूरी तरह से मुस्तैद, समारोह में शामिल होंगे यह महान हस्तियां
श्री राम जन्मभूमि की प्राण प्रतिष्ठा स्थापना के समारोह को लेकर हाल ही में बड़ी जानकारी सामने आई है दरअसल अयोध्या जिला प्रशासन से मिली जानकारी के मुताबिक 22 जनवरी 2023 को जो वीआईपी आमंत्रित किए गए हैं इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर राष्ट्रपति मुर्मू तक शामिल है वहीं देश के 4000 संतों के अलावा फिल्मी सितारे, नामी खिलाड़ी और समाज के तमाम गणमान्य लोग भी कार्यक्रम में शामिल होने वाले हैं।
22 जनवरी को मंदिर प्रांगण में दोपहर 2:00 बजे तक प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजन किया जाएगा इसके बाद मंदिर के दरवाजों को बंद कर दिया जाएगा। 22 जनवरी को दोपहर 2:00 बजे के बाद श्री राम मंदिर का दर्शन कोई और नहीं कर सकेगा। आइए आपको बताते हैं प्रशासन की तरफ से इस भव्य समारोह के लिए क्या इंतजाम किए गए हैं।
श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को इस तरह से देख पाएंगे आम लोग, सामने आ गई पूरी जानकारी
श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा स्थापना को देखने के लिए आम जन भी काफी जागरूक नजर आ रहे हैं। वैसे तो पहले दिन राम मंदिर के दर्शन आम लोग नहीं कर सकते हैं लेकिन आम जनता के लिए राम मंदिर के द्वारा 25 जनवरी से खुल जाएंगे हालांकि मंदिर के दर्शन के लिए लोगों को अपने पहचान संबंधित कुछ कागज लेकर जाने होंगे इसके बाद ही आधार कार्ड को देखने के बाद प्रशासन उन्हें अंदर जाने की अनुमति देगी।
इसके अलावा देश भर में संघ के 45 प्रांतों में रहने वाले लोगों को भी राम मंदिर दर्शन करने का न्योता मिला है जानकारी के मुताबिक रोजाना 25000 लोग 45 दिनों तक रामलाल के दर्शन करने के लिए पहुंचेंगे जिनके ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से ही की जाएगी।
श्रद्धालुओं के लिए कई दिशा निर्देश भी जारी किए गए हैं जिनका पालन करना होगा और इसी वजह से प्रशासन में पूरी चाक चौबंद सुरक्षा के साथ मौजूद है क्योंकि यह अपने आप में एक बड़ी बात है।