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हनुमान जन्मोत्सव पर जाने हनुमान जी के द्वारा प्राप्त उनकी अष्ट सिद्धियां

महावीर बजरंगी के जन्म उत्सव पर उनके सभी भक्त उनकी आराधना करते हुए देखे जा रहे हैं और हर किसी को यह बात पता है कि हनुमान जी से बड़ा पराक्रमी योद्धा पूरे रामायण में कोई भी नहीं था लेकिन उसके बाद भी वह बेहद सौम्य स्वभाव के थे।

आज उनके जन्म उत्सव पर हम आपको बताएंगे उनके द्वारा प्राप्त अष्ट सिद्धियां जिसका प्रयोग करके ही उन्होंने श्री राम को रावण को हराने में सहायता प्रदान की थी। आइए आपको बताते हैं बजरंगबली को वह कौन सी सिद्धियां प्राप्त हैं जिनके पराक्रम की बदौलत वह बेहद बलशाली थे।hanuman ji

अणिमा

बजरंगबली के द्वारा प्राप्त की गई सिद्धि अणिमा ऐसी सिद्धि थी जिसे बजरंगबली अपने मन मुताबिक कभी भी प्रयोग कर सकते थे। इसी सिद्धि का प्रयोग करके बजरंगबली ने लंका में प्रवेश किया था और मां सीता से वह मिले थे। इस सिद्धि का इस्तेमाल वह तब करते थे जब उन्हें किसी की नजरों से बचकर कहीं जाना होता था।

महिमा

बजरंगबली को सबसे बेहतरीन सिद्धियों में से एक महिमा सिद्धि भी हासिल है जिसमें वह जब चाहे तब विशालकाय रूप धारण कर सकते थे। लंका जाने के समय जब समुद्र को उन्हें पार करना था तब उसी दौरान उन्होंने अपना शरीर 100 गुना बढ़ा कर लिया था और इस विधि का प्रयोग करके वह बेहद बलशाली बन जाते हैं।hanuman jayanti

गरिमा

गरिमा सिद्धि का प्रयोग करने के बाद बजरंगबली अपने शरीर के भार को किसी पर्वत के समान भारी कर सकते हैं ताकि कोई भी योद्धा उन्हें हिला नहीं सके। रामायण में कई मौकों पर हनुमान जी को इस सिद्धि का उपयोग करते हुए भी दिखाया गया है।

लघिमा

बजरंगबली के अष्ट सिद्धि में से लघिमा एक ऐसी सिद्धि है जिसका प्रयोग वह सबसे ज्यादा करते थे क्योंकि इस सिद्धि के तहत वह पलक झपकते ही कहीं पर भी जा सकते थे।

प्राप्ति

हनुमान जी के सबसे कुशल सिद्धियों में प्राप्ति सिद्धि का नाम माना जाता है जिसके कारण वह किसी भी पशु पक्षियों की भाषा को तुरंत ही पहचान पाने में माहिर थे और उसके अलावा वह किसी भी व्यक्ति के अंतर्मन में क्या चल रहा है इस बात को भी ज्ञात कर लेते थे और इसी वजह से इस सिद्धि को हनुमान जी ने खुद सबसे विशेष बताया है।

प्रकाम्य

प्रकाम्या सिद्ध हनुमान जी की सबसे ताकतवर सिद्धि मानी जाती है क्योंकि इसकी बदौलत वह किसी का भी रूप धारण कर सकते हैं और साथ में वह धरती लोक से लेकर पाताल लोक और आकाश लोक में भी ऊंची उड़ान भर सकते हैं जिसके कारण ही इस सिद्धि के ख्याति बहुत लोकप्रिय है।

ईशित्व

इस के बल पर हनुमान जी ने समस्त देवी देवताओं के ताकत और पराक्रम के आशीर्वाद को प्राप्त किया था। इसके लिए उन्होंने घोर तपस्या की थी और तब सभी देवी देवताओं ने मिलकर उन्हें हमेशा अजय रहने का वरदान दिया था।

वशित्व

हनुमान जी की आठवीं सीधी वशित्व है जिससे वह अपने वाणी और ह्रदय से किसी को भी पल भर में अपना बना लेते हैं और उसे यह विश्वास दिला देते हैं कि वह किसी को किसी प्रकार की कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।

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Mohit Swami

Mohit Swami is a young and passionate writer who has been working for viralharayana.com for years. He has a flair to depict every news and story with authenticity. He is an enthusiast who keeps himself connected with the latest happenings within the country or worldwide. His passion for facts and findings about Cricket, Bollywood, Politics, Lifestyle, Social Media, etc. reflects in his writing. Mohit swami has several followers on viralharyana.com.

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