कहावत है कि एक कागज का पन्ना आपकी काबिलियत को नहीं दर्शाता है और कहीं ना कहीं यह बात आईपीएस मनोज कुमार शर्मा पर बिल्कुल सच साबित होती है। आईपीएस मनोज कुमार शर्मा की जीवनी पर बनी फिल्म 12th फेल हाल फिलहाल में अब युवाओं के बीच काफी पसंद की जा रही है। यह फिल्म एक ऐसे युवक पर आधारित है जिसने कभी हार ना मानने की कसम खाई और वह अपने सपनों को सफल करने में सफल हुआ।
आपको बता दे की विक्रांत मेसी ने अपनी हाल ही रिलीज हुई फिल्म 12th फेल में जिस मनोज कुमार की भूमिका को निभाया है वह असल जिंदगी की कहानी है और असल जिंदगी में मनोज कुमार ने इतना संघर्ष किया है जिसे देखकर सभी लोग उनकी खूब तारीफ करते नजर आ रहे हैं। आइए आपको बताते हैं कैसे लंबे संघर्षों के बाद उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा को पास किया था।
मनोज कुमार शर्मा 12वीं में हो गए थे फेल, दसवीं में हुए थे थर्ड डिवीजन से पास
मनोज कुमार शर्मा की जीवनी पर बनी हुई फिल्म हाल फिलहाल में लोगों के बीच खूब पसंद की जा रही है। आपको बता दे कि वह एक ऐसे साधारण छात्र थे जिन्होंने दसवीं को जैसे तैसे पास किया था और बारहवीं में वह फेल हो गए थे।
मध्य प्रदेश के मुरैना गांव के रहने वाले आईपीएस मनोज कुमार शर्मा के घर की आर्थिक स्थिति बिल्कुल भी सही नहीं थी उनके पिता के घर छोड़कर चले जाने के बाद उन्होंने अपने भाई के साथ मिलकर एक जुगाड़ गाड़ी बनाई थी लेकिन उसके बाद जैसे तैसे करके जब उन्होंने 12वीं पास किया तब वह दिल्ली चले आए।
दिल्ली के एक लाइब्रेरी में काम करते हुए ही उन्होंने अपनी पढ़ाई शुरू की लेकिन यहां पर भी उनकी राह बिल्कुल आसान नहीं थी लाइब्रेरी के अलावा वह आटा चक्की में भी काम करते नजर आए थे और अपने पहले तीन प्रयासों में मनोज कुमार शर्मा पास नहीं हो सके थे। आइए आपको बताते हैं उसके बाद कैसे चौथे प्रयास में उन्होंने बाजी मार ली।
मनोज कुमार शर्मा इस पुलिस अधिकारी से हो गए थे बेहद प्रेरित, सहपाठी की मदद से हो सके सफल
मनोज कुमार शर्मा जब 12वीं में थे तब वह अपने गांव के ही स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे लेकिन तब वह नकल करके किसी भी तरह से पास होना चाहते थे लेकिन एक पुलिस अधिकारी की इमानदारी से वह काफी प्रभावित हुए और उसके बाद ही उन्होंने यह ठान लिया कि वह बिना बेईमानी के अपनी परीक्षा को पास करेंगे उसके बाद आगे चलकर वह दिल्ली पहुंच गए और दिल्ली में पहुंचने के बाद उनकी नजदीकी श्रद्धा जोशी के साथ बढ़ी जिन्होंने उन्हें यह भरोसा दिलाया कि वह यूपीएससी की परीक्षा को पास कर सकते हैं।
मनोज से पहले ही उनकी प्रेमिका श्रद्धा डिप्टी कलेक्टर बन गई थी लेकिन उसके बाद भी उन्होंने मनोज का साथ नहीं छोड़ा और हर कदम पर साथ देने का वादा किया जिसकी वजह से ही मनोज कुमार शर्मा आगे चलकर चौथे प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा को पास करने में सफल हुए और आज उनके संघर्षों की दास्तान को सुनने के बाद हर कोई उनकी खूब तारीफ करता नजर आ रहा है।